वैधुत आवेश क्या होता है | Electric charge in hindi

आपने वैधुत आवेश का नाम तो सुना ही होगा, यदि आप जानना चाहते है के वैधुत आवेश (Electric charge ) क्या होता है तो आज के article में हम इसी के ऊपर चर्चा करने वाले है 

आपने वैधुत आवेश का नाम तो सुना ही होगा, यदि आप जानना चाहते है के वैधुत आवेश (Electric charge ) क्या होता है तो आज के article में हम इसी के ऊपर चर्चा करने वाले है
Electric charge


वैधुत आवेश क्या होता है | Electric charge in hindi 

मैं आपको बताना चाहता हूँ के आज से लगभग 2500 साल पहले एक प्रसिद्ध यूनानी (ग्रीक) थेल्स ने  जब अम्बर (जो की एक प्रकार से पदार्थ होता है ) को ऊन से रगड़ा तो उसने देखा के उस पदार्थ के अंदर कुछ आकर्षक गुण पैदा हो जाते है 

रगड़ने के वाद amber के पास कुछ हलकी बस्तुए जैसे की कागज, तिनके,या वालो को अपनी ओर आकर्षित करने का गुण आ जाता है लेकिन 2000 वर्षों तक इस वात पर किसी ने भी कोई ध्यान नहीं दिया इसीलिए उस समय इस वात का कोई महत्व नहीं था,

लेकिन सन 1600 में England के डॉ. गिल्बर्ट ने पता लगाया के अम्बर की तरह और भी पदार्थ है जैसे की काँच, आबनूस, गंधक, आदि। को भी रगड़ने पर या घिसने पर हलकी बस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करने लगते है   
इन सब वातो से ये निष्कर्ष निकलते है की इन पदार्थों को घिसने या रगड़ने से इनके अंदर गुण उत्पन्न होता है जितने भी पदार्थ है जो घिसने या रगड़ने के वाद इस प्रकार के गुण  को प्राप्त कर लेते है इन सभी पदार्थो को वैधुतमय (electrified)  जाता है तथा वह कारण जिसकी वजह से यह गुण उत्पन्न होता है Electricity कहलाता है 

और जब कोई पदार्थ वैधुतमय Electrified हो जाने पर यह कहा जाता है की उस पदार्थ ने आवेश (Charge )
ग्रहण कर लिया है इस प्रकार वैधुतमय Electrified  पदार्थ को आवेशित (charged) पदार्थ भी कहते है 

वैधुत आवेश के प्रकार- Types of  Electric charges 

वैधुत आवेश मुख्यता दो प्रकार का होता है 
  • धन आवेश ( Positive charge )
  • ऋण आवेश ( Negative charge )
धन आवेश ( Positive charge ) को "+ "चिन्ह के साथ निरूपित किया जाता है ये उन पदार्थो के ऊपर होता है,जिनके ऊपर से इलेक्ट्रान उत्तेजित होकर निकल जाते है, जितनी सख्या में electrons निकलते है उतनी ही मात्रा में positive charge उस पदार्थ पे आ जाता है 

वही अगर ऋण आवेश (negative charge ) की बात करे तो इसे " - " चिन्ह के साथ निरूपित किया जाता है ये उन पदार्थो के ऊपर होता है जिनके ऊपर electrons उत्तेजित होकर आ जाते है, जितनी  सख्या में electrons आकर इकढ्ढा होते है उतनी ही मात्रा में Negative charge उस पदार्थ पर आ जाता है 

धन आवेश - ऋण आवेश की विशेषतायें 

हमेशा दोनों सामान आवेश जैसे की Positive-Positive या Negative-Negative आपस में प्रतिकर्षण Repulsion
बल लगाते है ढीक उसी प्रकार आसमान आवेश के बीच हमेशा आकर्षण Attraction बल लगता है 

मुझे उम्मीद है की आपको  मेरा  यह  लेख वैधुत आवेश क्या होता है- जरूर पसंद आया होगा 

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